वीरेन डंगवाल

वीरेन डंगवाल (Viren Dangwal)

(माताः स्व. रेवा डंगवाल, पिताः श्री रघुनन्दन प्रसाद)

जन्मतिथि : 5 अगस्त 1947

जन्म स्थान : कीर्तिनगर (टिहरी गढ़वाल)

पैतृक गाँव : कमन्द (पौड़ी) जिला : पौड़ी

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र

शिक्षा : एम.ए., डी.फिल.

प्राइमरी मुजफ्फरनगर, सहारनपुर

हाईस्कूल, इण्टर, बरेली

बी.ए. डी.एस.बी. कालेज, नैनीताल

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः एम.ए. (हिन्दी) करने हेतु इलाहाबाद जाना

प्रमुख उपलब्धियां : पहला कविता संग्रह ‘इसी दुनिया में’ 1991 में प्रकाशित। तुर्की के महाकवि नाजि़म हिकमत की कविताओं के अनुवाद पहल पुस्तिका के रूप में। विश्व कविता से पाब्लो नेरूदा, बे्रख्ट, वास्को पोपा, मीरोस्लाव होलुब, तदेऊष रूज़ेवच आदि की कविताओं के अलावा कुछ आदिवासी लोक कविताओं के अनुवाद, बांग्ला, मराठी, पंजाबी, मलयालम और अंग्रेजी में प्रकाशित।

‘इसी दुनिया में’ के लिए रघुवीर सहाय स्मृति पुरस्कार (1992), श्रीकांत वर्मा स्मृति पुरस्कार (1993)। कविता के लिए शमशेर सम्मान (2002)।

युवाओं के नाम संदेशः आयेंगे उजले दिन आयेंगे।

विशेषज्ञता : साहित्य, पत्रकारिता, अनुवाद, संपादन।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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